Android मोबाइल का आविष्कार किसने किया

मोबाइल का आविष्कार किसने किया

Android मोबाइल का आविष्कार किसने किया
Android मोबाइल का आविष्कार किसने किया

post by:-Mahendra raiger

आज हर किसी के पास मोबाइल फ़ोन , मोबाइल फ़ोन आज की जरूरत बन गया हम मोबाइल के बिना घर से निकलने की भी नहीं सोचते ,तो आज जानिए की मोबाइल Phone किसी ने और कब बनाया था.आज हम आपको बतायेगे फ़ोन की पूरी कहानी और इसके कुछ रोचक तथ्य जो सायद आप नहीं जानते .

पहला मोबाइल फ़ोन Motorola का 1973 में John F. Mitchell और Martin Cooper ने दिखाया था जिसका वजन 2 किलो था  .
Motorola का DynaTAC 8000x Model व्यावसायिक रूप से 1983 में उपयोग  किया गया था
Image Source Wikipedia.Com
1979 में पहला Automated Cellular Network जापान में शुरू किया था
ये First-Generation (1G) System था जिसकी मदद से एक बार में कई लोगो आपस में कॉल कर सकते थे
पहला सिम कार्ड 1991 में Munich Smart Card Maker Giesecke & Devrient ने Finnish Wireless Network Operator के लिए बनाया था
1991 में 2G टेक्नोलॉजी Finland में Radiolinja ने शुरू की
और उसके पूरे 10 साल बाद 2001 में आया 3G  जो  जापान की कंपनी NTT DoCoMo ने शुरू किया था
1983 से 2014 तक लगभग 700 करोड़ Mobile Phone का उपयोग किया गया
2014 की सबसे ज्यादा फ़ोन बनाने वाली कंपनी Samsung, Nokia, Apple और LG थी
2014 में दुनिआ के 25% मोबाइल अकेला सैमसंग फ़ोन ने बनाये थे  13% Mobile Nokia ने बनाये थे

 चालीस साल पहले तीन अप्रैल 1973 को मोटोरोला के इंजीनियर मार्टिन कूपर ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी के एक कर्मचारी को फ़ोन कर मोबाइल फ़ोन पर बातचीत की शुरुआत की थी.
 इसके क़रीब 10 साल बाद मोटोरोला ने पहला मोबाइल हैंडसेट बाजार में उतारा था. इसकी क़ीमत थी क़रीब दो लाख रुपये.
 आज दुनिया में इसके क़रीब साढ़े छह अरब उपभोक्ता हैं.
 मोटोरोला के पहले हैंडसेट का नाम था, डायना टीएसी. इसकी बैट्री को एक बार रिचार्ज कर क़रीब 35 मिनट तक बातचीत की जा सकती थी.
 डायना टीएसी को बाज़ार में उतारने से पहले उसका वजन क़रीब 794 ग्राम तक कम किया गया. इसके बाद भी यह इतना भारी था कि इसकी चोट से किसी की जान जा सकती थी.
 हास्य कलाकार एरिन वाइज ने 1985 में सेंट कैथरीन बंदरगाह से वोडाफ़ोन के दफ्तर फोन कर ब्रिटेन में मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल की शुरुआत की.
 ओ2 के नाम से मशहूर सेलनेट ने 1985 में अपनी सेवा शुरू करके वोडाफोन का एकाधिकार तो़ड़ दिया. वोडाफ़ोन को दस लाख ग्राहक बनाने में नौ साल का समय लगा. वहीं सेलनेट ने केवल डेढ़ साल में ही अगले दस लाख ग्राहक जोड़ लिए.
 फ्रांसीसी व्यवसायी फ़िलिप ख़ान ने 11 जून 1997 को अपनी नवजात बेटी सोफ़ी की फोटो लेकर कैमरे वाले मोबाइल फ़ोन की शुरुआत की.
 भारत सहित कई दूसरे देशों ने पिछले कुछ सालों में गाड़ी चलाते समय मोबाइल फ़ोन पर बात करने पर प्रतिबंधित लगा दिया है.
 एरिजोना के एक प्रतिष्ठान ने सितंबर 2007 में कुत्तों के लिए मोबाइल फ़ोन बाज़ार में उतारा. क़रीब 25 हज़ार रुपये की क़ीमत वाला यह फ़ोन जीपीएस सैटेलाइट सुविधा से लैस था.
 साल 1993 में आयोजित वायरलेस वर्ल्ड कांफ्रेंस में आईबीएम सिमान नाम का पहला स्मार्टफ़ोन पेश किया गया. इसमें शुरुआती दौर की टचस्क्रीन लगी हुई थी. यह ईमेल, इलेक्ट्रिक पेजर, कैलेंडर, कैलकुलेटर और ऐड्रेस बुक के रूप में काम करता था.
 टैक्स मैसेज के लिए 160 अक्षरों की सीमा फ्रीडेलहम हेलीब्रांड नाम के एक जर्मन इजीनियर ने शुरू की. इसका ख्याल उन्हें अपने टाइपराइटर पर काम करते हुए आया.
 पोस्टकार्ड की लंबाई और बिजनेस टेलीग्राम के अध्ययन ने उनकी इस धारणा की पुष्टि की. मोबाइल इंडस्ट्री ने इसे 1986 में मापडंद बना लिया. इसका प्रभाव हम ट्विटर पर भी देख सकते हैं.
 साल 2012 में एक अरब 70 करोड़ मोबाइल हैंडसेट बिके. सबसे अधिक बिकने वालों में सैमसंग, नोकिया और ऐप्पल के हैंडसेट शामिल थे.
 ब्रिटेन में पहला एसएमएस नील पापवर्थ नाम के एक इंजीनियर ने तीन दिसंबर 1992 को ऑरबिटल 901 हैंडसेट ने अपने मित्र रिचर्ड जॉर्विस को भेजा था. उन्होंने लिखा था,‘मैरी क्रिसमस.
 ब्रिटेन में 2011 में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं ने डेढ़ सौ अरब एसएमएस भेजे थे. एसएमएस भेजने वालों में 12 से 15 साल के बच्चों की संख्या अधिक थी. इन्होंने हर हफ्ते औसतन 193 एसएमएस भेजे.
 दुनिया भर में कहीं भी किसी भी समय लोग एक दूसरे से संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं.एक समय था जब इसके लिए लोग बहुत वजनी हैंडसेट का इस्तेमाल करते थे. आज ये मोबाइल हैंडसेट बहुत ही पतले, छोटे और सुविधाजनक हो चुके हैं.
 आधुनिक मोबाइल फ़ोन इंफ्रारेड, ब्लूटूथ और अन्य वायरलेस सुविधाओं से लैस हैं.
 मोबाइल फ़ोन की तमाम खूबियों के बाद भी इनकी कुछ कमजोरियां भी हैं, जैसे गाड़ी चलाते समय इसका इस्तेमाल ख़तरनाक है, कई बार इसका इस्तेमाल परेशान करने में भी किया जाता है. वहीं कुछ छात्र इसका इस्तेमाल नकल करने में करते हैं. इसे देखते हुए कई स्कूलों ने कक्षाओं में मोबाइल फ़ोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
 आजकल के मोबाइल फ़ोन पर नेट बैंकिंग, वेब सर्फिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग और वीडियो गेम जैसी सुविधाओं का आनंद लिया जा सकता है.
 शोध में पता चला है कि स्मार्टफ़ोन का उपयोग करने वाले लोग प्रतिदिन औसतन 12 मिनट फ़ोन कॉल्स पर खर्च करते हैं.
 मोबाइल फ़ोन के उपभोक्ता हैंडसेट पर गेम खेलने पर 14 मिनट खर्च करते हैं.
 मोबाइल फ़ोन के उपभोक्ता हैंडसेट पर औसतन 16 मिनट म्यूज़िक सुनते हैं.
 वे सोशल मीडिया पर 17 मिनट बिताते हैं.
 ऑनलाइन ब्राउजिंग पर 25 मिनट गुजारते हैं.
 मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता हैंडसेट का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल समय देखने के लिए करते हैं.
 अब तक सबसे ज्यादा बिकने वाले हैंडसेट का रिकॉर्ड नोकिया 1100 के नाम है, जिसके 2003 में लांच होने के बाद 25 करोड़ से अधिक सेट बिके थे.
 जब यह अफ़वाह उड़ी कि नोकिया 1100 का इस्तेमाल ऑनलाइन मनी ट्रांसफर को हैक करने में हो सकता है तो इस फोन की कीमत लगभग $10000 के करीब हो गई थी
 आईफ़ोन को जून 2007 में अमरीका में लांच किया गया था.उस समय लोग फोन लेने के लिए रातों को लाइन में लगते थे हालांकि, बाद में इससे उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि यह फ़ोन उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा.
 साल 2011 के अंत तक विकासशील देशों में लगभग 78% लोगों के पास फोन था. विकसित देशों में यह आंकड़ा प्रति सौ लोगों पर 122 का था.
 2011 के अंत तक भारत में प्रति सौ लोगों में से 74 लोग मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे.
 ऐसा अनुमान है कि 2016 में मोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री क़रीब दो अरब एक करोड़ यूनिट हो जाएगी.
 भारत में 2015 तक मोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री 32.2 करोड़ यूनिट होने का अनुमान है.
 ब्रिटेन और वेल्स में 2008 के बाद से हर साल क़रीब आठ हजार लोगों को गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने के आरोप में पकड़कर अदालत में पेश किया जाता है. इनमें से क़रीब एक चौथाई मामले अकले लंदन में सामने आते हैं.
 गूगल की सहायक कंपनी एंड्रायड इंक ने 2007 में टच स्क्रीन मोबाइल फ़ोन, स्मार्टफ़ोन और टैबलेट कंप्यूटर के लिए एंड्रायड नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में पेश किया.
 मोबाइल फ़ोन निर्माताओं ने उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को देखते हुए अब हैंडसेट में मेमोरी कार्ड के लिए जगह, फ्लिप स्क्रीन, कैमरा, टच स्क्रीन और यूएसबी पोर्ट जैसी सुविधाएं देनी शुरू कर दी हैं.
  भारत, अफ्रीका और ब्राजील जैसी उभरती अर्थव्यस्थाएं मोबाइल फ़ोन का प्रमुख बाज़ार हैं. भारत में हर महीने क़रीब 60 लाख मोबाइल हैंडसेट बिकते हैं.
 आज मोबाइल फोन पर बातचीत के लिए प्रतिदिन के रिचार्ज कूपन से लेकर मासिक बिलिंग वाले प्लान मौजूद हैं. इनके जरिए उपभोक्ता मोबाइल पर बातचीत, इंटरनेट सर्फिंग, मैसेजिंग जैसी सुविधाओं का लाभ उठाते हैं.
 सोनी का नया स्मार्टफ़ोन एक्सपीरिया ज़ेड पानी में भी ख़राब नहीं होता. यही नहीं यह कंपनी के कैमरों की ही तरह एचडीआर विडियो भी रिकॉर्ड कर सकता है.
 दुनिया का सबसे महंगा फोन स्‍टॉट ह्यूज डायमंड रोज आईफोन 4 है जिसकी कीमत 7,850,000 डॉलर है। इस फोन में 100 कैरेट के 500 डायमंड लगे हुए हैं। फोन का बैक कवर में रोज गोल्‍ड का बना हुआ है जबकि एप्‍पल को लोगों 53 डायमंड का बना हुआ है।
 नोकिया का 1100 फोन दुनिया में सबसे ज्‍यादा बिकने वाला फोन है, पूरी दुनिया में इसके करीब 250 मीलियन यूनिट बिकी थीं। नोकिया ने एस 1100 फोन को 2003 में लांच किया था।
 सोनिम एक्‍सपी 3300 (XP3300) फोर्स दुनिया का सबसे मजबूत स्‍मार्टफोन है जिसका नाम गिनीज वर्ल्‍ड रिकार्ड में भी दर्ज है। इस फोन को 84 फीट की ऊंचाई से फेकने के बाद भी प्रयोग किया गया है। इसके अलावा पानी के अंदर 2 मीटर तक फोन को रखने पर भी इसमें कोई खराबी नहीं आई।
 सीमेंस ने एसएल 45 (SL45) नाम से दुनिया का पहला म्‍यूजिक फोन लांच किया था। जिसमें एक्‍पेंडेबल मैमोरी के साथ एमपी 3 प्‍लेयर और हेडफोन सपोर्ट भी था।
 मोबाइल से मैसेज करने के मामले में पूरी दुनिया में फिलीपीन सबसे आगे हैं यहां पर रोज 1.4 बिलियन टेक्‍ट मैसेज भेजे जाते हैं पहले यहां पर मोबाइल से मैसेज करने पर कोई चार्ज नहीं लगता था लेकिन अब इसके लिए नाम मात्र का चार्ज देना पड़ता है।
 1985 में 45 साल के रीसर्चर फ्रॉयडल्‍म हिलब्रांड ने 160 कैरेक्‍टर मैसेज का कांसेप्‍ट निकाला था। उन्‍होंने देखों कि टाइपराइटर में ज्‍यादातर मैसेज 160 कैरेक्‍टर के थे। जबकि सबसे पहले मोबाइल में मैसेज करेक्‍टर लिमिट 128 कैरेक्‍टर थी।
 हो सकता है आपको ये सुनकर थोड़ी हैरानी हो लेकिन 1865 में नोकिया कागज बनाने का काम करती थी। इसके अलावा कंपनी रबर के कुछ प्रोडेक्‍ट भी बनाती थी जैसे इलेक्‍ट्रिक केबल, गैस मास्‍ट और प्‍लास्‍टिक, नोकिया ने अपना सबसे पहला मोबाइल 1980 में लांच किया था।
 जेम्‍स बांड ने अपनी मूवी में सबसे पहला फोन सोनी एरिक्‍सन JB988 प्रयोग किया था। जेम्‍स बांड अपने इस फोन से न केवल कॉल कर सकता था बल्‍कि इसमें कई एक्‍ट्रा फीचर भी थे। जैसे फिंगरप्रिंट लेना, रिमोट कंट्रोल का काम करना।

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